जान लेने का हक नहीं, वरना तीर तो मेरे कमान में भी था, फैसले हमेशा सच के पक्ष में होते हैं, मैं अब तक इसी गुमान में था
जान लेने का हक नहीं, वरना तीर तो मेरे कमान में भी था,
ReplyDeleteफैसले हमेशा सच के पक्ष में होते हैं, मैं अब तक इसी गुमान में था